(पीडीआर ग्रुप)
सोनभद्र| आयुक्त विंध्याचल मण्डल मीरजापुर बाल कृष्ण त्रिपाठी ने सोमवार को भ्रमण कार्यक्रम के दौरान कार्य मे शिथिलता बरतने पर हल्का लेखपाल व सचिव को स्पष्टीकरण जारी करने के साथ भुकतान पर रोक लगाने के निर्देश दिए जिससे कर्मचारियों में हड़कंप की स्थिति रही|
उन्होंने सोमवार को जीवन शाला उच्च प्राथमिक विद्यालय मनबसा में जन चौपाल लगाकर ग्रामीणों की मूलभूत समस्याओं को बड़े ही सरल भाव से सुना। इस दौरान मण्डलायुक्त ने ग्राम प्रधान संजू देवी से केन्द्र व प्रदेश सरकार द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं से ग्रामीणों को दी जा रही लाभों की बारी-बारी से जानकारी प्राप्त की। उन्होंने कहा कि ग्रामीणों को केन्द्र व प्रदेश सरकार द्वारा संचालित योजनाओं के प्रति जागरूक किया जाये, जिससे कि वो जागरूक होने के साथ ही पात्रता के आधार पर लाभान्वित हो सकें। इस मौके पर उन्होंने जीरो पावरटी के लोगों जो गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करते हैं या जिन्हें अब तक केन्द्र व प्रदेश सरकार द्वारा संचालित योजनाओं के लाभ से वंचित हैं, की समीक्षा भी की। उन्होंने जीरो पावरटी के सर्वे कार्य में लगे सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देशित किया कि इस कार्य को प्राथमिकता के आधार पर किया जाये और पात्र लाभार्थियों का चयन करते हुए उन्हें योजनाओं से लाभान्वित किया जाये। उन्होंने सम्बन्धित अधिकारियों के निर्देशित किया कि जीरो पावरटी के कार्य में शिथिलता व लापरवाही क्षम्य नहीं होगी, जिस किसी स्तर पर कमी पायी जायेगी, उसके खिलाफ कड़ी कार्यवाही सुनिश्चित की जायेगी। इस दौरान उन्होंने कलस्टर आवासों की स्थिति का भी जायजा सम्बन्धित अधिकारियों से ली।
जन चौपाल में ज्यादा मामले फ्लोराइड युक्त पानी से प्रभावित लोगों की समस्या सामने आयी, जिस पर मण्डलायुक्त ने फ्लोराइड से प्रभावित लोगों के स्वास्थ्य को गहनता पूर्वक देखा और सी0एम0ओ0 को बेहतर दवा ईलाज करने के निर्देश दिये, जिससे उनके स्वास्थ्य में सुधार हो सके। जन चौपाल में उपस्थित ग्रामीणों की उपस्थिति में मण्डलायुक्त ने जल जॉच के सभी पैरामीटर की जॉच करायी, जॉच में पाया गया कि पानी में फ्लोराइड की मात्रा अधिक है, जिसकी जानकारी लोगों को दी गयी। उन्होंने कहा कि फ्लारोइड वाले पानी का प्रयोग करने से बचे, इस पानी को अन्य कामों में प्रयोग करें, जिनके घरों में नल का पानी उपलब्ध है, वो पीने के लिए शुद्ध पेयजल का प्रयोग अवश्य करें। जिन लोगों के पास नल का पानी नहीं आता है या खराब है, उनके लिए टैंकर से शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराये जाने के निर्देश सम्बन्धित अधिकारियों को दियें गये हैं। उन्होंने कहा कि फ्लोराइड युक्त पानी एक गंभीर समस्या है, जिसके समाधान के लिए जिला प्रशासन प्रयासरत है, जल्द ही फ्लोराइडयुक्त वाले क्षेत्रों में जल जीवन मिशन के तहत शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने की व्यवस्था की जायेगी।
इस दौरान मण्डलायुक्त ने डिजिटल क्रास सर्वें के कार्य की समीक्षा की, तो यह तथ्य प्रकाश में आया कि इस कार्य में लगे लेखपाल व ग्राम सचिव द्वारा काफी लापरवाही व शिथिलता बरती जा रही है, जिस मण्डलायुक्त ने इन दोनों लापरवाहों के खिलाफ स्पष्टीकरण जारी करते हुए इनके वेतन भुगतान पर रोक लगाने के निर्देश सम्बन्धित अधिकारियों को दियें। उन्होंने कहा कि केन्द्र व प्रदेश सरकार द्वारा संचालित योजनाओं का लाभ पात्रों को हर हाल में दिया दिया जाये, इसके लिए सम्बन्धित अधिकारी सर्वें का कार्य अच्छे तरीके से करना सुनिश्चित करेंगें।