शिकायतकर्ता -रविन्द्र कुमार

(पीडीआर ग्रुप)

दुध्दी| स्थानीय तहसील दुध्दी सोनभद्र मे किसान सम्मान निधि योजना के फॉर्म को अप्रूव करने के लिए खर्चा के नाम पर दो सौ रुपये माँगा जा रहा है और पैसा नही देने पर फार्म को रिजेक्ट कर दिये जाने का मामला प्रकाश में आया है| तहसीलदार के आईडी पर काम करने वाला कथित कंप्युटर आपरेटर की कारस्तानी ने तहसील प्रशासन की किरकिरी कर दी है| सागोबाँध निवासी रविन्द्र कुमार पुत्र गंगा प्रसाद ने रजिस्टर्ड डाक से जिलाधिकारी को पत्र भेजकर मामले की जांच की मांग उठाई है ,पीड़ित ने जिलाधिकारी को भेजे पत्र में
पैसा मांगने की ऑडियो साक्ष्य होने की बात कही है |
सागोबांध निवासी रविन्द्र कुमार पुत्र गंगा प्रसाद ने बताया कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि के लिए अपने चाचा उदय कुमार के नाम आवेदन किया और दोनों बार आवेदन को रिजेक्ट कर दिया गया और जब इसको लेकर जानकारी हासिल करने के लिए सोमवार को तहसील मुख्यालय आया तो यहां आवेदन को अप्रूव करने वाले आपरेटर ने कहा कि फार्म को आवेदन करने के बाद यहां आकर नही मिले इस लिए इसे रिजेक्ट कर दिया गया ,मिलने का मतलब पूछने पर कथित ऑपरेटर ने दो सौ रुपये की धनराशि की मांग की और पैसा नही देने लर फार्म को फेंक दिया ,पीड़ित युवक ने पूरे गुप चुप तरीके से समूचे वार्तालाप व लेन देन की वीडियो मोबाइल से बनाया तो इसकी भनक लगते ही कथित ऑपरेटर ने युवक के हाथ से फोन छीनकर उसे डिलीट कर दिया और आवेदन फार्म को फेंक दिया ,युवक का आरोप है कि इससे पूर्व में भी उसके आवेदन को कई बार निरस्त कर दिया गया|पीड़ित युवक ने जिलाधिकारी से अपने फार्म को सत्यापित करने के साथ ऐसे ऑपरेटर के खिलाफ कार्रवाई की मांग उठाई है|
इस मामले में तहसीलदार ज्ञानेंद्र यादव ने बताया कि अभी मैं किसी काम से बाहर हूं मामला मेरे संज्ञान में नही है ,आकर मामले की जांच करता हूं|