(पीडीआरग्रुप) दुद्धी|धार्मिक एवं सामाजिक संस्कृति के संरक्षण के लिए प्रतिबद्ध अपने बेबाक विचारों के हस्तक्षेप से पंडित दीनदयाल उपाध्याय विचार मंच दुद्धी द्वारा होटल ग्रीन स्टार में संयोजित काव्य गोष्टी का आयोजन किया गया जिसमें दुद्धी तहसील परिक्षेत्र के कवियों द्वारा देर रात्रि तक काव्य पाठ की अविरल रसधार से समा बांध दिया गया |

विद्या की अधिठास्त्री देवी मां सरस्वती के स्तुति में कवि डॉक्टर लखन राम “जंगली ” के तेरे ” चरण में मां शत-शत नमन हो ” के उपरान्त “टिकुली टिकुली लेते टिकुली, सुन अहा संगी मोर लिलार हो, लेते आबे टिकुली से कार्यक्रम की शुरुवात की ,यथार्थ विष्णु द्वारा “ना राजा का लड़का हूं मैं, ना उद्यम व्यापार मैं गीतों का राजकुमार, पास नहीं है धन दौलत ना, सोने की भंडार क्या फिर भी तुमको प्यार — सुनाकर जमकर वाह वाही लूटी ,सोन प्रभात न्यूज़ संपादक आशीष कुमार गुप्ता द्वारा समाज में फैले जाति भेद के ऊपर जल की महत्ता को समाहित युवा के मर्म को ” डगर वहीं चुनी जो सामाजिक थी मेरे कामों के पीछे छीपी लॉजिक थीं ” की प्रथम प्रस्तुति विचार मंच पर दिया जिसे खूब सराहा गया। नवोदय कवि मुकेश कुमार द्वारा काबिले तारीफ बंगाल के डॉक्टर के साथ गत माह जघन्नतम घटना से उत्पन्न मार्मिक रचना ” करे जो बेटी का अपमान, जो लूटे उसका मान सम्मान, तो उसके भाषा में उसको समझना चाहिए, जल्लादो को चौराहों पर जलाना चाहिए ” तीखी रचना पढ मन का भड़ास निकाला। जिसे करतल ध्वनि से सराहा गया। पंडित दीनदयाल उपाध्याय विचार मंच अध्यक्ष डॉक्टर लवकुश प्रजापति ने – मैं हूं चिरयौवन कुंती, एक शापित माँ — किले के एक अज्ञात गवाक्ष में, मैंने अभी-अभी तो जना था, सूर्यपुत्र अपने ह्दयांश कर्ण को, अपनी कुँवारी कोख से –” मां कुंती के माँ का मर्म के शानदार अनोखी प्रस्तुति कर कवियों को चिंतन की एक नई दिशा दी। डॉ संजय कुमार गुप्ता द्वारा पहली बार शायरी “खुशियों को ना खो देना मेरे बाद भी, मुझे ढूढ़ लेना मेरे बाद भी — पढ़कर खूब वाहवाही लूटी कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे नगर पंचायत दुद्धी अध्यक्ष कमलेश मोहन द्वारा पर्यावरण संरक्षण पर ” जब तलक जिंदा रहेगा आशियां दे जाएगा, कत्ल होगा पेड़ तो भी लड़कियां दे जाएगा ” साथ हीं आतंकवाद पर करारा प्रहार में ” मजहब के नाम पर बेगुनाहों का कत्ल करने वालों तेरे बाद तेरे अपनों का अंजाम क्या होगा जरा ए सोंच लेना – – ” पढ़कर हैरत में डाला जिसे खूब सराहा गया। काव्य गोष्ठी का संचालन कर रहे जाने माने कवि हसन सोनभद्री ने ” सब ने पूछा बोलो कुछ लाए की नहीं बस मां ने पूछा कुछ खाए कि नहीं व अगर बेदाग हो तो चांद कैसा मेरे किरदार में खामी निकालो शानदार शायरी व रचना की प्रस्तुति की |पंडित दीनदयाल उपाध्याय विचार मंच का संचालन महामंत्री जितेन्द्र कुमार चन्द्रवंशी द्वारा किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत पंडित दीनदयाल उपाध्याय की प्रतिमा पर माल्यार्पण पुष्प अर्पित कर किया गया। इस मौके पर शिव शंकर प्रसाद गुप्ता एडवोकेट, प्रमोद कुमार, उपेन्द्र कुमार तिवारी एडवोकेट,इब्राहिम खान,राफे खान, डॉक्टर कृष्ण कुमार चौरसिया,अजय धनेंद्र जायसवाल एडवोकेट, सहित प्रबुद्ध जन मौके पर मौजूद रहे।