ऑडियो साक्ष्य के साथ तहसील दिवस में दो बार शिकायती पत्र देने पर नही हुई कार्रवाई , उल्टे मुकदमा कराने की मिल रही धमकी
पिछले छः सालों से एक ही गांवों में तैनात लेखपाल ने पैकेज दिलवाने के नाम पर 5 से 15 हजार की किया है वसूली
(पीडीआर ग्रुप)
सोनभद्र| ऑडियो साक्ष्य के साथ पिछले दो बार से लगातार भीसुर के लेखपाल की शिकायत करने से उच्च अधिकारियों द्वारा प्रकरण में कोई कार्रवाई ना होने और उल्टा उन्हें ही मुकदमें फसाने की धमकी मिलने से भयभीत विस्थापितों ने सोमवार को कलेक्ट्रेट पहुँच कर एडीएम सहदेव मिश्रा को प्रकरण से संबंधित जिलाधिकारी सोनभद्र के नाम संबोधित ज्ञापन सौंपा| दिए ज्ञापन सत्यदेव खरवार ,सोमारू राम , बिगन ,राम बच्चन सिंह खरवार सहित दर्जन भर विस्थापितों ने एडीएम को अवगत कराया कि हम सब कनहर डूब क्षेत्र भीसुर के विस्थापित है वहां का लेखपाल पिछले 6 साल से तैनात है ,अपनी पहुँच तहसीलदार से लेकर सिंचाई मंत्री तक पकड़ बताकर विस्थापितों को नाम कटवाने की धमकी देते हुए पैकेज दिलाने के नाम पर गांव के 80 प्रतिशत विस्थापितों से 5 हजार से 15 हजार प्रति व्यक्ति से वसूली कर लिया है अवैध धनउगाही के लिए लेखपाल द्वारा धमकी दिया जाता है कि हम तुम्हारा प्लाट रुकवा देंगे|लेखपाल द्वारा विस्थापन सूची से वंचित ग्रामीणों को यह भी प्रलोभन देते हुए नाम जुड़वा देंगे लाखों रुपये वसूली की गई ,पिछले दो बार तहसील दिवस में सम्बंधित अधिकारियों से शिकायत करने के बाद व ऑडियो साक्ष्य देने के बाद ना तो संबंधित लेखपाल के खिलाफ कोई कार्रवाई हुई और ना ही कोई जांच हुई अब उल्टे हम पीड़ितों को ही मुक़दमे में फसाने की धमकी दी जा रही है|
पीड़ित ग्रामीणों ने अवगत कराया कि पिछले तहसील दिवस में जब हम ग्रामीणों ने उपजिलाधिकरी दुद्धी को शिकायत पत्र सौंपा तो वे आगबबूला हो गए और लेखपाल को निर्देशित करते हुए हम सभी शिकायतकर्ताओं पर मुकदमा करवाने की बात कही गई उस समय सीडीओ सोनभद्र भी मौजूद थे और कहा कि प्रार्थना पत्र के अलावा कोई साक्ष्य हो तो हमे दो, हम तुरंत लेखपाल को सस्पेंड करेंगे जिस पर ग्रामीणों ने दोंनो अधिकारियों के व्हाटएप पर लेखपाल द्वारा 15 -15 हजार रुपये मांगने का ऑडियो भी भेजा गया ,फिर भी उपजिलाधिकरी बोले कि जांच करवाएंगे | ग्रामीणों ने कहा कि उपजिलाधिकरी के द्वारा मुकदमा करवाये जाने की धमकी से हम ग्रामीण डर बना हुआ है|उपजिलाधिकरी ने कहा है कि हमारे लेखपाल की शिकायत लेकर मत आना इस कारण आज आपके पास आना पड़ा | उन्होंने तत्काल लेखपाल को ससपेंड करते हुए मामले में उच्च स्तरीय जांच करवाने की मांग की|