प्रपत्र 6 का विस्थापन सूची सार्वजनिक करने की मांग

डेंजर जोन एरिया के विस्थापित अभी भी पुनर्वास पैकेज से वंचित

दुद्धी/सोनभद्र|कनहर सिंचाई परियोजना डूब क्षेत्र के 11 गांव के विस्थापन सूची में प्रपत्र 6 से जुड़े 426 लोगों का नाम शासन स्तर से बीते महीने स्वीकृत हुआ था और उन विस्थापितों को पुनर्वास पैकेज भी वितरित होना था लेकिन अभी तक शासन स्तर से सूची स्वीकृत होने के बावजूद स्थानीय स्तर पर सूची को सार्वजनिक नहीं की गई जिससे विस्थापितों में रोष व्याप्त है। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि 1810 और 1906 विस्थापन सूची के सैकड़ों विस्थापितों को अभी तक पुनर्वास पैकेज वितरित नहीं हुआ है। जिसे प्रशासनिक अधिकारी गम्भीरता से नहीं ले रहे है।प्रपत्र 6 के चिन्हित 426 विस्थापितों की सूची अभी तक सार्वजनिक नहीं हुई है जिससे नाराजगी है।विस्थापितों ने मांग किया है कि जो विस्थापित वर्तमान में निवास कर रहे है उन्हें प्राथमिकता के तौर पर पुनर्वास पैकेज का लाभ दिया जाए। विस्थापित मोहम्मद जलालुद्दीन , दीनानाथ, राम स्वार्थ, शर्मा नंद ,राजीव भारती ,इंतियाज व सुधीर शर्मा आदि ने बताया कि सिंचाई विभाग द्वारा प्रपत्र 6 के सूचीबद्ध करीब 25 विस्थापितों को गुपचुप तरीके से पुनर्वास पैकेज वितरित कर दिया गया और बताया यह गया कि बायीं रॉक फिल डैम के निर्माण के दौरान लेवल 255 तक पानी भरना है ,इसके अन्तर्गत आने वाले विस्थापितों को पैकेज दे दिया गया ।जबकि उन विस्थापितों को अभी तक पैकेज नहीं मिला जो डेंजर जोन एरिया जैसे सुंदरी क्वारी और मिट्टी उठान एरिया या 255 लेवल के अन्तर्गत आते है यहां करीब 30 विस्थापितों को अभी भी पैकेज मिलना बाकी है |

इनसेट:

पुनर्वास कालोनी में पेय जल समस्या बरकरार

दुद्धी/ सोनभद्र|कनहर सिंचाई परियोजना पुनर्वास कॉलोनी में बीते कई महीनों से पेयजल संकट की समस्या गहरा गई है यहां लगे दर्जनों हैंडपंप खराब हैं इनकी मरम्मत करने वाला कोई नहीं है।पुनर्वास कॉलोनी सिंचाई विभाग के द्वारा बसाया गया है और विस्थापितों की माने तो सिंचाई विभाग की पूर्ण जिम्मेदारी बनती है कि समय-समय पर पेयजल समस्याओं का निस्तारण करते रहे वर्तमान समय में यहां पर करीब 100 परिवार मकान बनवा कर निवास कर रहा है पुनर्वास कॉलोनी के रहने वाले रामप्रसाद ,एजाज अहमद ,अजय कुमार ,इम्तियाज फुलेश्चर आदि ने हैंड पंप मरम्मत की मांग की है ताकि पेय जल समस्या से राहत मिल सके।विस्थापितों ने बताया कि करीब 6 माह पूर्व उपजिलाधिकारी की बैठक में उन्होंने आश्वाशन दिया था कि आबाद कॉलोनी को गांव के संबंधित ब्लॉक की योजनाओं से जोड़ा जाएगा ताकि यहां के लोगों को किसी भी तरह की कोई दिक्कत ना हो लेकिन आज तक उस दिशा में प्रशासनिक स्तर पर कोई पहल नहीं की गयी|

rakesh gupta

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