बघाडू रेंज में वन भूमि व आदिवासियों के जमीन पर खड़े हो रहे आलीशान मकान

शराब का सेवन कराकर कौड़ियों के भाव फर्जी तरीके से स्टाम्प पर लिखवा रहे जमीन

वन रेंज कार्यालय से अमवार पुनर्वास कालोनी तक सैकड़ो आदिवासियों की जमीन प्रलोभन देकर क़ब्जियाये

प्रतीकात्मक तश्वीर

(पीडीआर ग्रुप)
दुद्धी/ सोनभद्र|प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी बाबा का बुलडोजर भले ही अन्य जनपदों में दहाड़ मार रहा है और अवैध ढंग से क़ब्जियाये नूजुल ,ग्राम समाज , नगर पंचायत व स्टेट की जमीन से कब्जा हटाने का अभियान जोरों शोरों से चल रहा है लेकिन उसके उलट यहां दुद्धी तहसील क्षेत्र में नूजुल ,ग्राम समाज , नगर पंचायत व स्टेट की जमीन पर कब्जा नित्य दिन बढ़ने के साथ ही अब भोले भाले आदिवासियों की जमीन भी क़ब्जियाये जाने का अभियान चल रहा हैं |शराब व कुछ रुपये का प्रलोभन दे उनकी बेशकीमती जमीन धड़ल्ले से कब्जा किये जा रहे हैं | दुद्धी तहसील क्षेत्र के अंतर्गत बघाडू वन रेंज में वन भूमि के अलावा आदिवासियों के जमीन पर आलीशान बहुमंजिला मकान तैयार किये जा रहे हैं| ऐसे में आदिवासी धीरे धीरे भूमिहीन होने के कगार पर है | जबकि नियमानुसार कोई भी व्यक्ति बगैर जिलाधिकारी के परमिशन आदिवासियों की जमीन नहीं खरीद सकता| जबकि यहाँ आदिवासियों की बेशकीमती जमीन औने पौने दाम पर खरीदने का कारोबार फल फूल रहा है और और कई दलाल सक्रिय हैं ऐसे में यहां के जिम्मेदार मौन साधे हुए है ,प्रबुद्धजनों की माने तो बघाडू रेंज में वन भूमि, सिचाईं विभाग की भूमि सहित आदिवासियों की जमीन क़ब्जियाने में स्थानीय वन कर्मियों व लेखपाल की भी मिलीभगत बताई जा रही है|
इस प्रकरण में आदिवासी अधिकार मंच के ब्लॉक सचिव व भारतीय जनता पार्टी के काशी प्रान्त के सह संगठन प्रमुख दीवान सिंह की माने तो बघाडू से अमवार बार्डर तक व दुद्धी – अमवार मार्ग पर बघाडू वन रेंज कार्यालय से पुनर्वास कालोनी तक मुख्य मार्ग के दोनों तरफ आदिवासियों की जमीन औने पौने दाम पर गैर आदिवासियों के नाम पर बैनामे का कार्य धड़ल्ले से चल रहा है और उन जमीनों पर अगड़े व पिछड़ी जाति के दबंग किस्म के लोगों द्वारा बहुमंजिला मकान अवैध रूप से बनवाये जा रहा है ,कुछ मामलों में तो भोले भाले आदिवासियों को जरूरत पर दो चार हजार की मदद करके झूठ बोलकर उनकी जमीन हथिया ली जा रही है | उन्होंने डीएम का ध्यान आकृष्ट कर ऐसे अगड़ों व पिछड़ी जाति के दबंग लोगों के खिलाफ कार्रवाई की मांग उठाई है जिन्होंने भोले भाले आदिवासियों की जमीन अवैध रूप से हथिया कर बहुमंजिला मकान निर्मित करवा रहे है और खरीद फरोख्त कर रहे हैं|

deepak jaiswal

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