दुद्धी/ सोनभद्र| नेशनल ट्यूबरोक्लोसिस प्रिविलेन्स सर्विस के तहत सोनभद्र के चयनित गांव धनौरा में चेन्नई से आई क्षयरोग (टीबी )जांच शिविर आज समाप्त हुआ,आठ दिनों के शिविर के दौरान कुल 800 लोंगो की लक्ष्य के सापेक्ष 750 मरीज़ो की टीबी की लक्षण की जांच सम्पन्न हुई| इस दौरान ग्रामीणों के वजन , हाइट , बीपी ,शुगर , हीमोग्लोबिन ,चेस्ट एक्सरे और बलगम की जांच की गई| टीम के नेतृत्व कर रहे डॉ मुकेश मिश्रा ने बताया कि भारत सरकार का 2025 तक देश को टीवी मुक्त करने की योजना है , एनआईइ चेन्नई व दिल्ली से चयनित सूची में धनौरा गांव का चयन क्षेत्र में टीबी ( क्षय) रोग के व्यापकता का पता लगाने के लिए किया गया है|इस एक गांव से पूरे सोनभद्र में फैले क्षय रोग का अनुपात का पता लगेगा|कुल 750 लोगों की जांच सम्पन्न हुई जिसमें दो लोगों की जांच रिपोर्ट पॉज़िटिव आयी है|कुछ लोगों के बलगम की जांच रिपोर्ट आनी बाकी है|टीम में मुख्य रूप से डॉ मुकेश मिश्रा के अलावा सीनियर टेक्निकल असिस्टेन्ट विशाल यादव , फील्ड इन्वेस्टिगेटर सुशील पाल , स्वास्थ्य सहायक अभिषेक मिश्रा सहित 23 सदस्यीय टीम ने जांच संपन्न कराया|बता दे कि इंडियन कॉउंसिल मेडिकल रिसर्च के रिजनल मेडिकल रिसर्च सेंटर गोरखपुर से आधुनिक मशीनों से सुसज्जित एक बस यहां दुद्धी पहुँची थी जो धनौरा गांव में शिविर के माध्यम से विभिन्न जांचों को सम्पन्न कर क्षय रोग के मरीज़ो को पता लगा रही थी|