(पीडीआर ग्रुप)
विंढमगंज/ सोनभद्र|मुख्य वन संरक्षक आर सी झा के निर्देश पर डीएफओ एमपी सिंह ने विंढमगंज वन रेंज के करहिया व बोधाडीह कनहर नदी से अवैध खनन व अवैध रूप से भंडारित बालू की जांच करने के लिए टीम गठित की और दुद्धी ,बघाडू व विंढमगंज के वनाधिकारियों को सम्बन्धित रेंज के वनकर्मियों के साथ मौके पर रवाना किया | सुबह 9 बजे टीम जब बुध बाजार करहिया पहुँची तो अन्य रेंज के रेंज अफसर यह देख कर चौंक गए अपना सिर ठोंक लिए कि यहां तो बालू की मिनी लीज चल रही है ,यहां स्थित एक बाउंड्री में रेत का भंडारण मिला |वहीं विंढमगंज रेंज के वन विभाग के अधिकारी चोरों की भांति मुहँ चुराते नजर आए जो भागीदार बन करहिया में मिनी लीज चलवा रहें थे ,और इसी से उन्हें मोटी कमाई हो रही थी| फिर खिसियाई बिल्ली खम्बा नोंचे की भांति चीफ के आदेश पर मरता क्या ना करता कई स्थानों से तकारीबन चार डम्फर बालू सीज कर घिचोरवा चौकी पर रखवाया गया| विश्वसनिय सूत्रों की बातों पर गौर करें तो वहां पर अवैध खनन हेतु ट्रैक्टरों को चलवानेके लिए 9 हजार रुपये प्रति माह और टीपरो में अवैध लोडिंग के लिए 25 हजार रुपये प्रति माह की वसूली होती है।इस प्रकार से 31 ट्रैक्टरों व 5 टीपरो से तकरीबन 5 लाख रुपये प्रति माह की वसूली जिम्मेदार कर रहे थे| चीफ के संज्ञान के बाद तो विभाग को मजबूरन कार्रवाई करनी पड़ी लेकिन यह कार्रवाई कितने दिनों तक असरदार होगी यह तो आने वाला वक्त बताएगा| सूत्र बताते है कि टीम ने कई स्थानों पर टिपर लोडिंग की रैम्प भी देखा जिसे देखकर दूसरे रेंज के रेंज अफसर भौंचक रह गए| बता दे कि आपकी विश्वसनीय न्यूज़ पोर्टल पीडीआर न्यूज़ ने
‘डीएम साहब!करहिया व बोधाडीह में अंधाधुंध खनन ने जोरकहु नैसर्गिकता पर लगा ग्रहण’ नामक से कल मंगलवार की रात्रि खबर प्रकाशित की थी जिसे संज्ञान ले मुख्य वन संरक्षक ने डीएफओ से रिपोर्ट तलब की थी|