दुद्धी/ सोनभद्र| कल मंगलवार को आयोजित तहसील दिवस में शिवशंकर एडवोकेट ने एक शिकायती प्रार्थना पत्र श्री रामलीला कमेटी के पदाधिकारियों के द्वारा किए जा रहे अनियमितताओं के संदर्भ में शिकायत पत्र एसडीएम को सौंपा| शिकायतकर्ता द्वारा आरोप लगाया गया है कि चिटफंड कार्यालय वाराणसी द्वारा सन 1987 में रामलीला कमेटी का पंजीकरण हुआ था । इस संस्था का बाइलॉज के अनुपालन में मीटिंग सत्र में पूर्व से नहीं बुलाई जा पा रही और आम बैठक के सदन में आय-व्यय का ब्यौरा नहीं रखा जा रहा और ना ही नए सदस्य बनाए जा रहे हैं, जिसको आमजनों में गहरा रोष व्याप्त की बात कही गई है। इस संदर्भ में शिकायतकर्ता द्वारा रामलीला कमेटी के अध्यक्ष ,सचिव ,संरक्षक आदि लोगों से संपर्क स्थापित कर बाईइलाज के अनुसार कमेटी का संचालन किए जाने और नए सदस्य बनाए जाने की गुहार लगाई थी लेकिन बावजूद इसके शिकायतकर्ता उपेक्षा से क्षुब्ध होकर रामलीला कमेटी के अनियमितता के संदर्भ में शिकायती प्रार्थना पत्र तहसील दिवस माध्यम से दिया |जिस एसडीएम ने नायाब तहसीलदार दुद्धी को जांच सौंपी है तथा आय व्यय का ब्यौरा और मीटिंग का कार्रवाई रजिस्टर देखे जाने को निर्देशित किया है।