(पीडीआर ग्रुप)

दुद्धी/ सोनभद्र | शुक्रवार की मध्य रात्रि एक बड़ा रेल हादसा होते-होते बचा किसी ने रेलवे ट्रैक पर स्लीपर रख दिया था। तभी लोको पायलट की नजर उक्त स्लीपर पर पड़ी यह देख पायलट ने अपने सूझबूझ से इमरजेंसी ब्रेक लगा लगाकर हादसे को टाल दिया और इसकी सूचना रेलवे स्टेशन को दी जैसे ही इस घटना की जानकारी रेलवे कर्मचारियों को हुई सभी के हाथ पाव फूल गए और तत्काल दो स्टेशनो के कर्मचारी मौके पर पहुंच गए और ट्रेक पर रखे स्लीपर को हटाया, घंटे भर ट्रेन संचलन रोक रेलवे ट्रैकों पर सर्च किया गया इसके बाद ट्रेन के संचालक को सुचारू रूप से शुरू कर दिया गया इस दौरान रेलवे कर्मचारियों ने स्थानीय पुलिस तथा जीआरपी पुलिस को इस घटना की सूचना दी है।

अराजक तत्वों ने रेलवे ट्रैक पर रख दिए थे स्लीपर

दुद्धी रेलवे स्टेशन पर अपने निर्धारित समय से जम्मूतवी एक्सप्रेस रोज की भांति रात्रि 12:35 पर आई थी दुद्धी स्टेशन से छूटने के बाद महुअरिया स्टेशन से पहले धनौरा गांव में पोल संख्या 76/06 के समीप ट्रेन के स्लीपर ट्रैक पर रखे थे। तभी लोको पायलट की नजर ट्रेन के स्लीपर पर पड़ी यह देख पायलट कुछ देर अवाक रह गया उसने अपने सूझबूझ से तुरंत इमरजेंसी ब्रेक लगाकर ट्रेन को रोक दिया अचानक झटका के साथ ट्रेन रुकते ही यात्रियों में अफरातफरी का माहौल हो गया, फिर बाद में ट्रेन की स्थिति सामान्य देखकर सभी ने राहत की सास ली। लोको पायलट द्वारा दुद्धी और महुअरिया स्टेशन को इसकी जानकारी दी गई। सूचना पर पहुंचे कर्मचारियों ने वहां पर पहुंचकर पूरे घटनाक्रम को जाना इसके बाद पटरी पर रखे स्लीपर को हटाया और आगे के रेलवे ट्रेक पर सर्च किया इस दौरान घंटे भर ट्रेन खड़ी रही फिर इसे सुचारू रूप से शुरू कर दिया गया।

स्टेशन अधीक्षक ने बताया

स्टेशन अधीक्षक दुद्धी एनके सिन्हा व महुअरिया स्टेशन मास्टर अरुण पांडेय ने बताया कि ट्रेन नंबर 18310 डाउन जम्मूतवी-टाटानगर एक्सप्रेस दुद्धी नगर से 12:37 बजे छूटी थी। तीन किमी दूर धनौरा गांव में पहुंचते ही रेलवे ट्रैक पर स्लीपर रखा था। गनीमत रही कि लोको पायलट ने बड़ा हादसा होते- होते बचा लिया। घटना से टाटा जम्मूतवी एक्सप्रेस करीब आधा घंटा बाधित रही। बताया की ट्रैक के किनारे दस स्लीपर रखे हुए थे, जिसमें से एक स्लीपर को अराजकतत्वों ने रेलवे के पटरी पर रख दिया।यह काफी वजनी होता है अकेला कोई नही उठा सकता कई लोग होगे इसमें घटना की सूचना जीआरपी एवं दुद्धी कोतवाली पुलिस को दी गई।