पूर्व मंत्री दुद्धी विधायक विजय सिंह गोंड ने कहा , आदिवासियों के सम्पतियों पर माफियाओं की है बुरी नजर
भाजपा सरकार ने छत्तीसगढ़ में आदिवासियों की धरोहर हसदेव जंगल से कोयला निकालने का अडानी को दे दिया ठेका
(पीडीआर ग्रुप)
दुद्धी| स्थानीय डीसीएफ कालोनी स्थित गोंडवाना भवन प्रांगण में विश्व आदिवासी दिवस धूमधाम से मनाया गया जिसके मुख्य अतिथि पूर्व मंत्री विजय सिंह गोंड व विशिष्ठ अतिथि सपा जिलाध्यक्ष रामनिहोर यादव रहे| कार्यक्रम की शुरूवात महारानी दुर्गावती , स्वतन्त्रता सेनानी जननायक बिरसा मुंडा ,बाबा भीम राव अम्बेडकर , राम मनोहर लोहिया के के चित्र पर श्रद्धा सुमन अर्पित कर उन्हें नमन कर किया गया|विश्व आदिवासी दिवस का महत्व बताते हुए कदावर आदिवासी नेता पूर्व मंत्री व दुद्धी विधायक विजय सिंह गोंड़ ने समाज के एक जुटता पर बल दिया साथ समाज को शिक्षित करने पर विशेष जोर दिया ,कहा कि जब तक आदिवासी समाज शिक्षित नही होगा तब तक आदिवासी समाज का उत्थान नही हो सकेगा| कहा कि आदिवासियों की हक के लड़ाई के लिए उन्होंने पूरा जीवन समर्पित कर दिया है लेकिन अभी भी समाज में वैचारिक मतभेद व अलगाव है जो आदिवासी समाज को कमजोर कर रहा है ,यह सब ऐसे ही नही हो रहा है एक साजिश के तहत हो रहा है जिससे समाज अलग थलग पड़ जा रहा है और आदिवासियों का शोषण शुरू हो जा रहा है |उन्होंने समाज के अगुवा को आह्वाहन किया कि समाज मे शिक्षा पर विशेष जोर दे और आदिवासी बच्चों को स्कूल जाने के लिए प्रेरित करें|
विजय सिंह ने आदिवासियों को एक मत का महत्व समझाते हुए कहा कि आपका एक वोट सरकार बदल देता है ,इसलिये इसका प्रयोग सूझबूझ के साथ करें ,वोट मांगने आने वाले नेता से पूछे कि वह जीतने के बाद आपके लिए क्या करेगा ,इसके लिए आदिवासियों को शिक्षित होना पड़ेगा तभी इस समाज का शोषण बंद होगा | उन्होंने कहा कि यहां सबसे ज्यादा जमीन की लूट हो रही है ,आदिवासी दिन प्रतिदिन भूमिहीन होता जा रहा है ,यहां जिसके जमीन पर दबंगों व माफियाओ की नजर गड़ गयी उसे लूट ली जा रही है |जमीन की लूट की तमाम शिकायते लगातार आ रही हैं |
उन्होंने कहा कि भाजपा की सरकार आदिवासियों की सबसे बड़ी दुश्मन है उसका आदिवासी प्रेम महज दिखावा है ,क्योंकि देश मे ज्यादातर खनिज सम्पदाओं वाले जमीनों पर आदिवासी समुदाय सदियों से खेती बाड़ी करते चला आ रहा है वहीं सघन वन क्षेत्रों में भी यह समुदाय निवास करता चला आ रहा है और जंगलों की सुरक्षा भी इसे प्रकृति मान कर करता रहा है ,लेकिन सरकार पूंजीपतियों को फायदा पहुँचाने के लिए उन आदिवासियों की बाप दादाओ की भूमि हथिया कर उसे विकास के नाम पर पूंजी पतियों को दे दे रही है|
जिससे जमीन के प्रकृति के वास्तविक रूप को तहस नहस कर दिया जा रहा है ,इसका ताजा उदाहरण छत्तीसगढ़ में है वहां आदिवासियों की पूरखों की संपदा हसदेव जंगल को काटा जा रहा है जो अडानी को कोयला निकालने का ठेका दे दिया गया है|उन्होंने कहा कि आदिवासियों की जमीन पर दबंगो की बुरी नजर है स्थानीय प्रशासन से साठ गांठ कर उसे आये दिन हथिया रहे हैं| उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि बभनी में एक स्थान पर जितने बार हेलीकॉप्टर उतरता है उतने बीघा जमीन हथिया ली जा रही है|उन्होंने कहा समाज के लोग एक जुट हो और ऐसी ताकतों को उखाड़ फेंके हो उनकी जमीन व सम्पदाओं पर बुरी नजर बनाए हुए हैं|
इस मौके पर आदिवासी नेता मानसिंह गोंड ,
सुमेर सिंह ओइके , सुकालो देवी , कन्हैया लाल गोंड ,लजवंती देवी ,रामचंद्र गोंड, नंदलाल खरवार , हृदयनारायण गोंड ,सुरेश गोंड़ , हरिकेश्वर गोंड ,नीरेंद्र गोंड के साथ
इंडिया गढ़बन्धन संयोजक प्रभु सिंह कुशवाहा , जिला सचिव व ज़ोन प्रभारी म्योरपुर बुद्धिनारायण यादव ,सपा विधान सभा अध्यक्ष अवध नारायण यादव , जगदीश यादव , प्रेमसागर पांडेय ,वेद प्रकाश अग्रहरि ,शम्भू हलुवाई , पवन कुमार पटेल , अजय यादव ,महिला सभा जिला उपाध्यक्ष रबीना रानी ,खुशबू सोनी , आशा रावत ,शकुंतला देवी के साथ काफी संख्या में आदिवासी नेता व सपा के पदाधिकारी मौजूद रहें|
इसके अलावा नगर में क्षेत्र के विभिन्न आदिवासी संगठनों ने विश्व आदिवासी दिवस पर जगह जगह विशेष कार्यक्रम किये इसके साथ गोंडवाना स्टूडेंट यूनियन ने डीजे के साथ शुक्रवार को नगर जुलूस निकाला जिसमें हजारों की संख्या में आदिवासी युवक युवतियां
आदिवासी गाने की धुन पर थिरकते नजर आए और लोगों को आदिवासी समाज के एकजुटता का संदेश दिया|